रेक्टीफायर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो AC को DC में परिवर्तित करते हैं, जिससे उन्हें लगभग हर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट का एक आवश्यक घटक बना दिया जाता है। आइये तो आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम रेक्टिफायर क्या है (Rectifier in Hindi), और रेक्टिफायर के प्रकार और अन्य जानकरी को विस्तार से जानेगे।
रेक्टिफायर क्या है? (Rectifier in Hindi)
रेक्टिफायर, जो डायोड से बने होते हैं, वे होते हैं जो AC, या प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करते हैं। पीक प्लेट विद्युत प्रवाह की अधिकतम मात्रा है जो एक रेक्टिफायर से गुजर सकती है।
रेक्टिफायर के प्रकार
रेक्टिफायर के मुख्यत: दो प्रकार –
हाफ वेव रेक्टिफायर
फुल वेव रेक्टिफायर
(A) Center Tapped Rectifier
(B) BridgeTypr Rectifier
थ्री फेज रेक्टिफायर
हाफ वेव रेक्टिफायर किसे कहते है? (Half Wave Rectifier in Hindi)
अर्ध-तरंग दिष्टकारी में डायोडों की संख्या एक होती है। जब डायोड का एनोड धनात्मक होता है, तो परिपथ में धारा प्रवाहित होती है और जब एनोड ऋणात्मक होती है, तो परिपथ में धारा प्रवाहित नहीं होती है, इस प्रकार प्रत्येक एसी परिपथ का अपव्यय होता है। विलुप्त हो जाता है अर्थात् ठीक हो जाता है।
- बैटरी चार्ज करने के लिए ही हाफ वेव रेक्टिफायर का उपयोग किया जाता है इसमें रेक्टिफिकेशन के लिए डायोड का उपयोग किया जाता है।
- अर्ध-तरंग दिष्टकारी का शीर्ष प्रतिलोम वोल्टता Vm है।
- हाफ वेव रेक्टिफायर की दक्षता 40.6 प्रतिशत होती है।
- हाफ वेव रेक्टिफायर का चाप गुणांक 1.21 होता है।
पूर्ण तरंग दिष्टकारी क्या है?
एक पूर्ण तरंग दिष्टकारी में डायोड की संख्या दो होती है व् पिक इनवर्स वोल्टेज का मान 2vm होता है एक पूर्ण तरंग दिष्टकारी में, रिवर्स बायस अवधि में डायोड एक कैपेसिटिव फिल्टर लोड के माध्यम से निर्वहन करता है।
ब्रिज रेक्टिफियर दिष्टिकारी में चार डायोड का प्रयोग होता है इसका उर्मिक गुणांक होता हैं इसके मदद से हमे शुद्ध दिष्ट धरा से प्राप्त होती है इस रेक्टिफिएर में प्रत्येक डायोड में इनपुट सिंग्नल का आधा चक्क्र करंट प्रवाहित होती है इस रेक्टिफिएर की चरम प्रतिलोम वं वोल्टेज होती है |
थ्री फेज रेक्टिफायर क्या है ? (Three Phase Rectifier in Hindi)
थ्री फेज सप्लाई को ठीक करने के लिए इसमें थ्री फेज रेक्टिफायर सर्किट का इस्तेमाल किया जाता है। इस सर्किट में छह डायोड का उपयोग किया जाता है, और तटस्थ नियोजित नहीं होता है, इसलिए यदि हम देखते हैं कि सर्किट किसी भी दो चरणों के बीच कैसे काम करता है, तो यह पूर्ण तरंग पुल सुधारक की तरह कार्य करता है।
इसका उपयोग बैटरी चार्जिंग, बैटरी एलिमिनेटर, मल्टीमीटर, अल्टरनेटर फील्ड सर्किट, रेक्टीफायर टाइप मीटर, इमरजेंसी लैंप इत्यादि में किया जाता है।
रेक्टिफायर का क्या कार्य है ? (Function of Rectifier in Hindi)
अल्टरनेटिंग धारा (AC) को दिष्टकारी द्वारा स्पंदित pulsating DC (DC) में रूपांतरित किया जाता है। यह एक क्रियात्मक उपकरण है। एक नीरव परिवर्तक एक दिष्टकारी है। यह एक घटक है जिसका उपयोग कई इलेक्ट्रॉनिक सर्किट करते हैं।